App Developer के क्षेत्र में career कैसे बनाए ?
ई-मेल, सोशल नैटवर्किंग, कैलेंडर , स्टॉक मार्केट के साथ-साथ मोबाइल गेमिंग, ई-बुक,लाइफस्टाइल और एंटरनेटनमैंट जैसी न जाने कितनी जरूरतों का समाधान हम मोबाइल फोन कि स्क्रीन पर ढूंढ निकालते हैं। आम आदमी की जिंदगी से जुड़ चुकी इस तकनीक के पीछे एक खास प्रकार के प्रोफेशनल का दिमाग काम करता है, जिसे हम आम अर्थों में एप्प डिवैल्पर के नाम से जानते हैं। मोबाइल टेक्नोलॉजी एक क्रांति की तरह आम लोगों के बीच पैठ बना रही है, साथ ही मौके दे रही है कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग के ऐसे प्रोफेशनल्स के लिए, जो रचनात्मकता और अपनी कुशाग्रता के बल पर हर चुनौतियों का हल निकालने में सक्षम हैं।
दुनिया की सर्वाधिक युवा आबादी वाले देश भारत में विकसित होता एक डिजीटल समाज देश को बदल रहा है।इस समाज की बढ़ती अहमियत से सरकार भी वाकिफ है। यही वजह है कि चाहे आम आदमी से जुड़ी बैंकिंग सेवा हो या फिर ई-गवर्नेंस की बात हो, या फिर डिजीटल लॉकर से आम आदमी को जोड़ने का मामला हो,अथवा युवाओं से जुड़ी शिक्षा व रोजगार को बात हो, डिजीटल लिट्रेसी मात्र सामान्य जागरूकता अभियान ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय कार्यक्रम का हिस्सा बन चुका है।
आज मोबाइल और एंटरटेनमैंट युवा भारत की मांग ही नहीं, बल्कि आम जरूरत का हिस्सा है। स्मार्टफोन मार्कीट के फ्यूचर का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि कुल मोबाइल उपभोक्ताओं में स्मार्टफोन यूजर्स बहुत अधिक हैं। बढ़ते स्मार्टफोन यूजर्स को आगे 4जी, 5जी तकनीकें भी आकर्षित करने के लिए आम लोगों के बीच पहुंच बना रही हैं। एप्प यानी एप्लीकेशन मार्केट पर नजर डालें तो भारत एप्प यूजर्स की संख्या में मामले में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बन जाएगा। आज दुनिया भर में इस्तेमाल होने वाले ज्यादातर एप्प भारतीय प्रोफैशनल्स की दिमागी उपज हैं।
डिवैल्पर की भूमिका :-
जरूरत के मुताबिक एप्लीकेशन पर रिसर्च एडवांस्ड फीचर के साथ यूजर्स फ्रैडली एप्प बनाना
(1) मोबाइल एप्प डिवैल्पमैंट प्रोग्राम
(2) आई. ओ.एस. एप्लीकेशन
(3) जावा प्रोग्रामिंग
(4) डाटाबेस एंड ओ.एस. फंडामैंटल्स
(5) मोबाइल एप्प पोर्टफोलियो एसैंबली
(6) जावा स्क्रिप्ट
एप्प माने क्या :-
मोबाइल इंफोसिस्टम ने आज हमारे काम करने के तौर तरीकों को बदल दिया है, चाहे आपको ग्रॉसरी के लिए ऑर्डर करना हो, बैंक बैलैंस जानना हो, ट्रेन या फ्लाइट करनी हो याफिर कोई एंटरनेटमैंट इंफोटेनमैंट से जुड़ी कोई जरूरत हो।इतना सब कुछ करने के लिए बस आपको स्मार्टफोन को स्क्रीन पर मौजूद 15-20 एप्प में से किसी एक को चुन कर टच करना होता है। स्मार्टफोन यूजर्स स्क्रीन पर गुजारने वाले समय में से 90 प्रतिशत समय इन एप्प को देते हैं। एक अनुमान के मुताबिक आई.ओ.एस. ,एंड्रॉयड और विंडो से जुड़े एप्स की संख्या 30 लाख से अधिक चुकी है।अमूमन स्मार्टफोन की स्क्रीन पर 15 से 20 एप ही होते हैं, यही वजह है स्मार्टफोन की छोटी से स्क्रीन पर जगह पाने के लिए इन एप्प में प्रतिस्पर्धा बढ़ती जा रही है। इस प्रतिस्पर्धा का हल निकालने और यूजर्स की संतुष्टि करने को जिम्मेदारी एप्प प्रोफेशनल्स यानी डिवैल्पर्स को होती है।इससे आसानी से समझ सकते हैं कि इस क्षेत्र में कदम रखने से पहले आपको कुछ गुणों से भरपूर होना पड़ेगा।
प्रोफेशनल योग्यता :-
एप्प डिवैल्पमैंट मुख्य रूप से प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेज से जुड़ा कार्य है। इसके लिए आपके पास प्रोफैशनल्स डिग्री/ डिप्लोमा के साथ रचनात्मकता और एकाग्रता जैसे आधारभूत गुण होने चाहिएं। एंड्रॉयड एप्प के लिए जावा और अन्य बेसिक लैंग्वेज में एप्प डिवैल्प किया जाता है। कौन-सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का इस्तेमाल करना है, यह इस बात पर डिपेंड करता है कि आप कौन से प्लेटफार्म पर एप्प डिवैल्प कर रहे हैं। यह क्षेत्र में पहचान बनाने के लिए आपकी एप्पल आई. ओ.एस. के लिए ऑब्जैक्टिव सी और एंड्रॉयड एप्प के लिए जावा लैंग्वेज पर मजबूत पकड़ होनी चाहिए।
प्लेटफार्म प्रोग्रामिंग लैग्वेज :-
इस क्षेत्र में सफल करियर बनाने में सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग,मोबाइल एप्लीकेशन डिवैल्पमैंट, कम्प्यूटर साइंस में स्नातक डिग्री या मास्टर्स तकनीकी रचनात्मक से जुड़ा करियर है। आपको हजारों लाखों लोगों कि आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर काम करना होगा।
अगर आपको इससे जुड़ी हुई और जानकारी चाहिए तो आप इंटरनेट और YouTube का सहारा ले सकते है।
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