प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर अंजीर
अंजीर को हम बहुत ही साधारण फल समझते हैं। कुछ लोग तो इसे देखकर नाक-भौं सिकोड़ लेते हैं। अरे यह भी कोई फल है, जबकि अंजीर के प्रयोग से आप बहुत जल्द अपनी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकते हैं जिन लोगों को लगता है कि उनकी प्रतिरोधक क्षमता (इम्यून सिस्टम) कमजोर है, उन्हें तुरंत ही अपने आहार में अंजीर को शामिल कर लेना चाहिए। इसमें रोगों से लड़ने की बहुत अधिक क्षमता है।
ठंड के दिनों मे अंजीर का प्रयोग बेहतर रहता है लेकिन आप यदि एनीमिया (खून की कमी) से पीड़ित हैं तो उस स्थिति में,एक-दो अंजीर कुछ दिनों के लिए ले सकते हैं। अंजीर में पाए जाने वाले तत्वों में कैलोरी-49, प्रोटीन 0.75 ग्राम, फाइबर 2.32 ग्राम, वसा 0.222 ग्राम, सोडियम-2 मिली ग्राम तथा शेष सैचुरेटिड फैट पोली अनसैचुरेटिड और मोनी सैचुरेटिड फैटस होते हैं।
सूखे अंजीर में लौह तत्व व कैल्शियम पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। इसके अतिरिक्त अंजीर में विटामिन ए, बी-1, बी-2, फास्फोरस, मैंगनीज पोटाशियम और क्लोरीन भी होता है।अंजीर को पोटाशियम का बहुत अच्छा स्रोत माना गया है। इसी कारण यह ब्लड प्रैशर और ब्लड शूगर के नियंत्रण के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। सूखे अंजीर को मेवे के रूप में पसंद किया जाता हैं। इनमें फाइबर ओमेगा-3,ओमेगा-6 भी होता है। यह कोरोनरी हार्ट बीमारियों के खतरे को खत्म करता है जिन लोगों के जोड़ों में दर्द हो उनमें कैल्शियम की पूर्ति पर लाभ पहुंचता है।पोटाशियम व सोडियम के स्रोत के कारण हाइपरटैंशन में अंजीर काफी गुणकारी है सामान्य रूप से होने वाली सर्दी-जुकाम, अस्थमा और अपच में भी यह गुणकारी होता है।इसका एक विशेष गुण मोटापा दूर करना माना जाता है। फाइबर्स को अधिकता ओबेसिटी को कम करेे में मददगार मानी गई है तो देर किस बात की,अपने शरीर की व्याधियों को पहचानें और शुरू कर दें आज से एक अंजीर खाना। गर्मियों में इसका सेवन वर्जित है। आप कम मात्रा में पानी में भिगोकर ले सकते है।
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