फिल्म इंडस्ट्री में करियर कैसे बनाए।
पूरी दुनिया में वैब पर फिल्में रिलीज करने और तेजी से बढ़ती हुई पॉपुलैरिटी को देखते हुए भारत के तमाम creator और स्टार भी वैब सीरीज में रुचि ले रहे हैं। यहां नए चेहरों को भी अपनी अदाकारी से अलग पहचान मिल रही है। ऐसी फिल्मों को दर्शक भी खूब देख रहे हैं।
अगर आपके पास भी कोई आइडिया है और थोड़ी- सी फिल्म मेकिंग की समझ है, तो इन शॉर्ट फिल्मों में एक्टिंग, डायरैक्शन, प्रोडक्शन करके अच्छा करियर बना सकते हैं। पिछले कुछ सालों से वेब सीरीज फिल्मों की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है। अपने आसपास की मैट्रों , बसों या फिर ट्रेनों में स्मार्टफोन पर इन फिल्मों में रुचि लेते लोग देखे जा सकते हैं। घरों में भी फुर्सत के समय में लोग इन फिल्मों को देखना काफी पसंद कर रहे हैं। अमेजन प्राइम, नैटफ्लिक्स और हॉटस्टार जैसे डिजिटल प्लेटफार्म पर आजकल ऐसी फिल्मों की भरमार है।
फिल्मकार जिन कहानियों को कहने से हिचकते थे, वे भी अब वेब सीरीज में देखी जा सकती है। कुल मिलाकर, वैब सीरीज ने अपने नए विषयों की वजह से दर्शकों के सामने मनोरंजन का एक नया विकल्प पेश किया है। वैब-सीरीज फिल्मों के निर्माण में कुशल युवाओं के लिए संभावनाएं भी लगातार बढ़ रही है, जो अपनी अलग सोच और क्रिएटिविटी से फिल्म मेकिंग, एक्टिंग, डायरैक्शन, एडिटिंग और पटकथा लेखन में पहचान बनाना चाहते हैं।
क्या होती हैं वैब सीरीज
वैब सीरीज यानी वीडियोज की सीरीज जो अलग-अलग विषयों पर आधारित होती है, हाल के वर्षों में लोग फिल्मों और टी.वी. सीरियल्स के साथ-साथ वैब सीरीज की ओर भी तेजी से आकर्षित हो रहे हैं।
करियर के ऑप्शन
फिल्म एवं एंटरटेनमैंट इंडस्ट्री बहुत बड़ा क्षेत्र है, जहां फिल्मों और टी.वी. सीरियल्स के निर्माण में प्रतिभाशाली युवाओं के लिए हमेशा काफी स्कोप रहा है। यह ऐसा फील्ड रहा है, जहां पैसा और शोहरत भी खूब है। आप एक्टिंग, डायरैक्शन पटकथा लेखन, डायलॉग लेखन आदि के जरिए बहुत जल्द स्टार बन सकते हैं। सबसे अच्छी बात है कि इस फील्ड में हर तरह के युवाओं के लिए स्कोप लगातार बढ़ रहे हैं। जहां एक ओर वैब सीरीज जैसी शॉर्ट फिल्मों का चलन बढ़ा है, वहीं दूसरी ओर रोज नए-नए चैनल आ रहे हैं।
नए-नए सीरियल्स बन रहे हैं। कई भाषाओं में फिल्में बन रही है, जिसके लिए ज्यादा से ज्यादा नए डायरैक्टर, एक्टर और स्क्रिप्ट राइटर की जरूरत देखी जा रही है। इसके इलावा ऐसे प्रशिक्षित प्रोफेशनल्स की जरूरत क्षेत्र की कंपनियों को भी है, जो टी.वी. और पत्र-पत्रिकाओं के लिए लिखते है। इन्हीं बढ़ती संभावनाओं को देखते हुए आज भी फिल्म मेकिंग और एक्टिंग को एक उभरते हुए करियर के तौर पर देखा जाता है। इसमें अपने मनपसंद क्षेत्र में समुचित प्रशिक्षण हासिल करके आप भी फिल्मों के अलावा वैब सीरीज में एक्टर, डायरैक्टर, प्रोडयूसर, कंपोजर, सिनेमैटोग्राफर, फोटोग्राफी डायरैक्टर, स्क्रिप्ट राइटर, साऊंड एडिटर, फिल्म एडिटर आदि के रूप में एक शानदार करियर बना सकते हैं। यह कार्य करके आप फिल्म मेकिंग के अलावा कॉरपोरेट कम्पनियों और एन.जी.ओ. में प्रमोशन फिल्म या डॉक्यूमैंट्री फिल्म्स बनाकर भी अपनी पहचान बना सकते हैं।
कोर्स एवं योग्यता
देश के कई संस्थानों में फिल्म मेकिंग में डिप्लोमा , पी .जी. डिप्लोमा या सर्टीफिकेट कोर्स ऑफर हो रहे हैं। ये कोर्सेज एक्टिंग, फिल्म एंड टी.वी. प्रोडक्शन, डायरैक्शन, सिनेमैटोग्राफी, फिल्म एडिटिंग, साऊंड रिकॉर्डिंग तथा स्क्रिप्ट राइटिंग के रूप में उपलब्ध है। जो आप 10 वीं या 12वीं के बाद कर सकते हैं, लेकिन यदि डिग्री या पी.जी. लेवल का कोई क्रिएटिव कोर्स करना चाहते है, तो इसके लिए किसी भी स्ट्रीम में ग्रैजुएशन होना जरूरी है।
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