डाइटीशियन के तौर पर career कैसे बनाए ?
संतुलित और सही आहार हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी है। विशेषकर कोरोना काल में तो आहार और खान-पान की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है लिहाजा हमारी शारीरिक जरूरतों के मुताबिक कितने पोषक तत्वों की जरूरत होती है और कौन से खाद्य पदार्थ सेहत को नुक्सान पहुंचा सकते हैं, इसका जवाब एक डाइटीशियन ही दे सकता या सकती है।जीवनशैली में आ रहे बदलावों और उनके दुष्परिणामों के चलते डाइटीशियन एक बेहतर करियर विकल्प के रूप में उभरा है। यह व्यवसाय अपनाकर आप अपना ही नहीं, बल्कि दूसरों की सेहत का भी ख्याल बखूबी रख सकते है।
सैलिब्रिटी व युवा वर्ग अधिक सचेत
बहरहाल अभी भी पोषक तत्वों के मामले में इस जरूरत को लेकर आम लोगों में बहुत अधिक जागरूकता नहीं है, फिर भी सैलिब्रिटी व युवा वर्ग इस मामले में काफी सचेत होता जा रहा है। वह खाने-पीने के मामले में डाइटीशियन के मुताबिक बनाए डाइट प्लान को ही फॉलो करता है।यही वजह कि अब युवाओं में बतौर डाइटीशियन करियर बनाने की तरफ।रुझान बढ़ा है। एक डाइटीशियन को संबंधित व्यक्ति की जीवनशैली, खाने की आदतों, सामाजिक स्तर, आयु और पाचन तंत्र की कार्यक्षमता के आधार पर आहार की सूची बनानी पड़ती है। एक डाइटीशियन के तौर पर आप नवजात शिशु से लेकर बुजुर्ग, बीमार और खिलाड़ियों तक की डाइट का चार्ट बना सकते हैं। डाइटीशियन लोगों को सलाह देता है कि स्वस्थ रहने के लिए उन्हें किस तरह का भोजन तथा कितनी बार या किस तरह से करना चाहिए। डाइटीशियन का कार्य जितना आसान दिखाई देता है वास्तव में वह उतना आसान नहीं है क्योंकि रोगियों के लिए व्यक्तिगत आहार योजना बनाते हुए विभिन्न क्लीनिक घटकों को ध्यान में रखना होता है। इसके साथ ही डायटीशियन को रोगियों की जीवनशैली, खान-पान की आदतों पर भी विचार करना होता है।
कार्पोरेट क्षेत्र में मांग
कार्पोरेट स्तर पर भी डाइटीशियन की मांग बढ़ी है। Five Star होटलों में भी डाइटीशियनों की सेवाएं ली जाती हैं। यहां वे शैफ की मदद से ग्राहकों के लिए संतुलित आहार चार्ट तैयार करते हैं।वे यह सुनिश्चित करने में भी मदद करते हैं कि ग्राहकों को परोसा जा रहा भोजन न सिर्फ खाने लायक हो, बल्कि पौष्टिक भी हो मौजूदा वक्त में मल्टीनैशनल कंपनियों में डिब्बाबंद और रेडी टू ईंट खाद्य पदार्थों का भी काफी चलन है। पिज्जा, बर्गर और अन्य जंक फूड के पार्लर सारे देश में छाए हुए हैं। यहां दाम की प्रतिस्पर्धा के साथ ही ग्राहकों को अच्छी गुणवत्ता और उचित कैलोरी आहार देने के दावे किए जाते है।इन सभी क्षेत्रों में डाइटीशियनों के लिए बहुत अच्छी संभावनाएं हैं।
इंटर्नशिप जरूरी
डाइटीशियन पाठ्यक्रम पूरा होने के बाद अनुभव प्राप्त करने के लिए इंटर्नशिप बहुत जरूरी है। ऐसे में आप किसी अस्पताल में इंटर्नशिप कर सकते है या किसी डाइटीशियन के साथ भी काम कर सकते हैं। अगर आप स्वतंत्र रूप से प्रैक्टिस करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको रजिस्टर्ड डाइटीशियन की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है। शैक्षिक योग्यता के साथ-साथ इस पेशे में एक वैज्ञानिक नजरिए की भी बड़ी जरूरत होती है। स्वास्थ्य व पोषण संबंधी विषयों की जानकारी होने के साथ व्यवहार कुशलता भी अनिवार्य है।
0 Comments
If you have any doubt then you can comment us