विदेश में पढ़ाई के फायदे ।
हायर एजुकेशन के लिए अक्सर भारतीय स्टूडेंट्स विदेशों जैसे की अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, न्यूजीलैंड व ब्रिटेन में पढ़ाई करना ज्यादा पसंद करते है। इसका एक कारण यह भी है कि यहां शिक्षा प्राप्त करने के बाद करिअर के साथ रिसर्च के लिए भी कई तरह के विकल्प सामने आ जाते हैं । यहां पढ़ाई करने के अन्य फायदे भी हैं।
(1) प्रवेश मुश्किल नहीं
भारत में जिस तरह हर विषय से संबंधित पढ़ाई करने के लिए कई स्तर पर competitive exams का सामना करना पड़ता है, विदेश में ऐसा कम होता है। लेकिन बात करें विदेशी कॉलेज या विश्वविद्यालयों में प्रवेश की, तो वहां इतनी कठिनाई नहीं होती है।
(2) अवसर (Occasion)
वैसे तो भारत में भी रिसर्च के मौके (research opportunities) कम नहीं हैं। लेकिन उत्कृष्ट पृष्ठभूमि के साथ एडवांस लेवल पर लैबोरेट्री और संसाधनों की बात करें तो विदेश में यह मौका मिल जाता है। साथ ही वहां आए दिन विभिन्न विषयों और मुद्दों पर रिसर्च प्रक्रिया चलती रहती है।
(3) नौकरी के विकल्प (job options)
भारतीय कंपनियों में भी ऐसे तो नौकरी के मौके कम नहीं है लेकिन विदेश में पढ़ाई करने के बाद कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों में काम करने का मौका अधिक मिलता है। साथ ही सैलरी पैकेज भी आपकी qualification और skill के आधार पर मिलता है ।
(4) शिक्षा की गुणवत्ता (quality of education)
शिक्षा का स्तर वैसे तो भारत और विदेश दोनो जगह समान है लेकिन विदेश में जिस तरह Interactive और Participating methodological को अपनाया जाता है। इससे शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित होती है विदेशो में प्रैक्टिकल स्टडी पर ज्यादा ध्यान देते है।
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