2022 में ज्यादा सैलरी देने वाले jobs
आज के दौर में डिजिटली हर काम हो रहा है। ऐसे में इससे जुड़े क्षेत्रो में करियर की सबसे अच्छी सम्भावनाएं हैं। अच्छी नौकरी और अधिक से अधिक salary हर कोई चाहता है, इसके लिए अक्सर छात्र तलाश करते हैं कि कौन-सा कोर्स करें और किस क्षेत्र में करियर बनाएं। आपको बता रहे हैं ऐसे कुछ क्षेत्रों के बारे में जहां आप अपना भविष्य बना सकते हैं।
इस डिजिटलीकरण ने व्यवसायों के सामने आने वाली नई चुनौतियों से निपटने के लिए विशेष technical skills और योग्यता के साथ skillful talent की मांग तेजी से बढ़ रही है। ऑर्गेनाइजेशन को उभरते क्षेत्रों जैसे data science, data analytics, AI , blockchain, cloud computing, cyber security, digital marketing और product manager में विशेषज्ञता वाले प्रोफेशनल की जरूरत होती है।
डाटा साइंटिस्ट
कम्पनियां डिजिटल हो रही हैं और बड़ी मात्रा में डेटा का उपयोग कर रही हैं। ऐसे में डेटा साइंटिस्ट सबसे अधिक मांग वाले प्रोफेशनल में से हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार इनकी मांग में साल दर साल 29 प्रतिशत बढ़ोत्तरी हुई है। डेटा-संचालित व्यावसायिक निर्णय लेने में सहायता करने के लिए संगठन सक्रिय रूप से प्रोग्रामिंग, डेटा विजुअलाइजेशन और मशीन लर्निंग कौशल के साथ डेटा वैज्ञानिकों को नौकरियां दे रही हैं।
भारी मांग को देखते हुए डेटा वैज्ञानिक एनालिटिक्स उद्योग के अधिकांश प्रोफेशनल की तुलना में 36 प्रतिशत अधिक बेसिक सैलरी पर विचार कर सकते हैं। आदर्श रूप से, भारत में एक एंट्री-लैवल डेटा साइंटिस्ट प्रति वर्ष 5-7 लाख, मिड लैवल पर 12-15 लाख और सीनियर स्तर पर 21-25 लाख तक सैलरी पा सकते हैं।
साइबर सिक्योरिटी स्पैशलिस्ट
व्यापक डिजिटल परिवर्तन के कारण डेटा और डिजिटल डेटा की सुरक्षा आज की बड़ी प्राथमिकता बन गई है। तकनीकी उद्योग ने सभी कम्प्यूटेशनल गतिविधियों को डीकोड और ट्रेस करने के लिए समस्या-समाधान, विश्लेषणात्मक और कम्प्यूटर फोरेंसिक कौशल वाले अत्यधिक कुशल साइबर सुरक्षा प्रोफेशनल की मांग बढ़ती जा रही है।
साइबर सिक्योरिटी प्रोफेशनल यह सुनिश्चित करते हैं कि व्यक्ति, सरकारें और व्यवसाय सभी प्रकार के साइबर खतरों से बच सकें। इस फील्ड में शुरूआती सैलरी 6 लाख रुपए प्रति वर्ष, मिड लैवल पर 10-12 लाख और सीनियर लेबल पर 30-40 लाख रुपए है
क्लाउड इंजीनियर एंड आर्किटैक्ट
क्लाऊड सभी कार्यों का भविष्य है। क्लाऊड सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स, क्लाऊड आर्कीटेक्ट्स और क्लाऊड इंफ्रास्ट्रक्र इंजीनियर्स मांग में हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार भारत का सार्वजनिक क्लाऊड सेवा बाजार 2025 तक 10.8 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा। क्लाऊड कम्प्यूटिंग में डिग्री वाले प्रोफेशनल, प्रोग्रामिंग, डेटाबेस प्रबंधन और लाइनैक्स के कौशल की मार्कीट में मांग बढ़ रही है। इसकी सैलरी की बात करें तो वेतन वृद्धि 60 प्रतिशत तक हो सकती है। शुरूआती तौर पर 6-8 लाख रुपए प्रति वर्ष, मिड लैवल पर 10-12 लाख रुपए और सीनियर लैवल पर 30 लाख रुपए प्रति वर्ष तक पैकेज मिल जाते हैं।
प्रोडक्ट मैनेजर
प्रोडक्ट मैनेजर के फील्ड में तकनीकी विशेषज्ञों,प्रबंधन पेशेवरों (प्रोफेशनल मैनेजर), संचारकों (कम्युनिकेटर) और सफलता प्रचारकों (सक्सेस कैंपेनर) जैसे प्रोफेशनल की डिमांड है। इनका काम प्रोडक्ट या सर्विस को लॉन्च करना और आगे बढ़ाना होता है। हाल के दिनों में सबसे अधिक मांग वाली भूमिकाओं में से एक भारत के प्रोडक्ट मैनेजर का औसत वेतन 17 लाख रुपए प्रति वर्ष है और अनुभव के साथ यह प्रति वर्ष और भी लाखों रुपए बढ़ सकता है।
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