आइए आम की प्रसिद्ध किस्मों के बारे में जाने।
वैसे तो आम को फलों का राजा भी कहते है क्यों न कहे इसे खाने के बाद हर कोई को दुबारा खाने का मन करता ही होगा आज हम जानेंगे की आम कितने तरह के होते है ।गर्मी का मौसम आते ही आम की चर्चा घर-घर में शुरू हो जाती है फिर वह भारत का कोई भी हिस्सा हो आम को लेकर लोगो में जबरदस्त क्रेज देखने को मिलता है हर उम्र के लोग आम खाना पसंद करते है।
भारत देश में आम की करीब 1,500 प्रजातियां है जो देश के अलग अलग हिस्सों में उगाई जाती है आज हम उन कुछ खास आमो कि प्रजातियों के बारे में जानेंगे जो स्वाद और खुशबू कि वजह से देश ही नहीं दुनियाभर में प्रसिद्ध है।
आम कि कुछ प्रमुख प्रजातियां
लंगड़ा :-
यह आम भी आमो कि प्रजातियों में एक प्रचलित आम है उत्तरप्रदेश के बनारस ( वाराणसी ) , काशी से ये ताल्लुक रखता है यह आम जून जुलाई में बाज़ार में आसानी से मिलता है इसका रंग पीला और हरा रंग के मिश्रण का होता है जो स्वाद में काफी स्वादिष्ट होता है
दशहरी :-
दशहरी आम भी उत्तरप्रदेश से ताल्लुक रखता है इस प्रजाति कि उत्पत्ति लखनऊ के पास दशहरी गांव से हुई यही वजह है कि इसका नाम ही दशहरी रख दिया। यूपी में दशहरी आम बहुत ही पसंद किया जाता है और वो भी अगर मलीहाबादी दशहरी हो तो क्या बात है मलीहाबादी आम को दुनियाभर में निर्यात किया जाता है।
चौसा :-
बिहार और उत्तरभारत में चौसा आम खास पसंद किया जाता है यह आम स्वाद में बहुत ही मीठा होता है और चमकीला पीला रंग का होता है आप इसे इसके रंग से ही पहचान सकते है इस आम के नाम पर बिहार में एक कस्बा भी है।
तोतापुरी :-
इस आम का आकार तोता (Parrot) पक्षी की तरह है और इस लिए इसे तोतापुरी आम कहा जाता है ये आम स्वाद में हल्का खट्टा होता है ये दक्षिण भारत का प्रचलित आम है इसकी पैदावार कर्नाटक , आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में होती है इस आम का ज्यादातर प्रयोग अचार बनाने के लिए किया जाता है।
अल्फांसो :-
अल्फांसो आम को हापुस आम भी कहते है जो मुख्य रूप से महाराष्ट्र में पाई जाती है हालांकि इसकी खेती कर्नाटक और गुजरात के कुछ हिस्सो में भी कि जाती है यह आम की सबसे महंगी किस्म है और इसे दुनिया के दूसरे हिस्सों में भी निर्यात (बेचा) किया जाता है यह जितना मीठा होता है इसकी खुशबू भी उतनी ही विशेष होती है।
हिमसागर :-
यह आम पश्चिम बंगाल और ओडिशा का प्रचलित आम है यह आम खाने में बहुत मीठा होता है और एक आम का वजन करीब 250 से 300 ग्राम होता है यह बाहर से हरे रंग का होता है ।
सिंधुरा :-
यह एक खट्टा मीठा आम है इसका स्वाद आपकी जुबान पर काफी देर तक टिक सकता है इसका पल्प पीला रंग का होता है और यह बाहर से लाल रंग का दिखता है।
रसपुरी :-
कर्नाटक के ओल्ड मैसूर से ताल्लुक रखने वाले इस आम को महारानी के तौर पर जाना जाता है आम की यह किस्म मई के महीने में आती है और जून के अंत तक खत्म हो जाती है इस जैम ( मुरब्बा ) और स्मूदी बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है अंडाकार शेप का यह आम करीब 4 से 6 इंच लंबा होता है।
बायगनपल्ली :-
यह आम दिखने में बिल्कुल हापुस की तरह दिखता है इसलिए इसे हापुस का जुड़वा भाई भी कहते है इसकी खेती आंध्रप्रदेश के कुरनूल जिले के बंगनापल्ले में कि जाती है यह आम भी अंडाकार और पीले रंग का होता है इसकी लंबाई करीब 14 सेंटीमीटर होती है।
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